तुम बुलाते हो,
क्षितिज के उस पार से ,
हमे वक़्त नही मिलता है,
खेते हुए पतवार से,
एक कोशिश है,
जो मुझे उस पार लेके जाएगी ,
शायद यही सोच ,
तुमसे मिलने के ,
इन्तजार में ,
हसीं स्वप्न की तरह से जिन्दगी गुजर जायेगी ......
क्षितिज के उस पार से ,
हमे वक़्त नही मिलता है,
खेते हुए पतवार से,
एक कोशिश है,
जो मुझे उस पार लेके जाएगी ,
शायद यही सोच ,
तुमसे मिलने के ,
इन्तजार में ,
हसीं स्वप्न की तरह से जिन्दगी गुजर जायेगी ......
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