मै मरघट में जब जाता हूँ
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मै मरघट में जब जाता हूँ ,
मै मर-घट में मर जाता हूँ ,
जब मर और घट न घट पाए..
तो खुद ही मै घट जाता हूँ .//
मै मरघट को समझाता हूँ ,
कि मर के घट न पाउँगा मै ,
तुझे आज ये बताता हूँ ,
कि कर तू मेरा इंतजार...
अभी मै कुछ देर बाद मरघट पे आता हूँ ,
ऐ मरघट तू मुझे क्या जाने ??
मै हूँ इन्सान एक मरघट का ,
जो मरघट पे तो आता है ..
पर अपने पीछे एक अद्भुत ,अविचल ,यथार्थ और
अविश्वसनीय इतिहास छोड़ वो आता है ........................
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मै मरघट में जब जाता हूँ ,
मै मर-घट में मर जाता हूँ ,
जब मर और घट न घट पाए..
तो खुद ही मै घट जाता हूँ .//
मै मरघट को समझाता हूँ ,
कि मर के घट न पाउँगा मै ,
तुझे आज ये बताता हूँ ,
कि कर तू मेरा इंतजार...
अभी मै कुछ देर बाद मरघट पे आता हूँ ,
ऐ मरघट तू मुझे क्या जाने ??
मै हूँ इन्सान एक मरघट का ,
जो मरघट पे तो आता है ..
पर अपने पीछे एक अद्भुत ,अविचल ,यथार्थ और
अविश्वसनीय इतिहास छोड़ वो आता है ........................
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